प्रसाद योजना, सांसद नायब सिंह सैनी जी ने कहा है कि हमारे देश के सभी पर्यटक स्थलों को उच्च श्रेणी में लाने के लिए प्रसाद योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत देश के सभी पर्यटक स्थलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रूप में विकसित करना इसका मुख्य उद्देश्य था। जिससे की देश के सभी पर्यटक स्थलों पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में बड़ोतरी हो सके। संख्या में बड़ोतरी होने के कारण हमारे देश का नाम पर्यटन स्थलों में पूरी दुनिया में जाना जाएगा साथ ही देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इससे जुड़ी और अधिक जानकारी नीचे दी गई है।
प्रसाद योजना
केंद्र सरकार द्वारा पर्यटन मंत्रालय के तहत PRASAD Scheme (प्रसाद योजना) को साल 2014-15 में शुरू किया गया था। आपको बता दे की प्रसाद योजना एक प्रकार से सरकार द्वारा चलाया गया पूर्ण रूप तीर्थयात्रा कार्यकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन अभियान है। इस योजना को चलाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि हमारे देश के धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थल को पूरे वर्ल्ड में पहचाना जाए साथ ही भारत के सभी तीर्थ स्थलों को विकसित भी किया जाए। इसके ऐसा करने के लिए सांसद नायब सिंह सैनी ने लोकसभा में यह मुद्दे रखे की कुरुक्षेत्र के साथ साथ देश के अन्य पर्यटक स्थलों को भी विकसित किया जाए।
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PRASAD Yojana की फुलफॉर्म क्या है?
प्रसाद योजना की फुलफॉर्म ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान‘ है।
कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार अधिक विकसित किया जाना जरूरी है।
सांसद नायब सिंह सैनी जी ने कहा है कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार अधिक से अधिक विकसित किया जाना अंत्यंत जरूरी है। क्योंकि इस योजना के तहत हो कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों का विकास संभव हो सकेगा। यदि कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों का विकास होगा तो वहां पर विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ावा देखा जा सकता है। नियम 377 के अधीनसूचना के अनुसार इन्होंने अपना विषय रखा है।
कुरुक्षेत्र के साथ साथ इन पर्यटक स्थलों को भी योजना में शामिल किया जाए
- सांसद ने यह भी कहा कि हरियाणा राज्य के पंचकूला जिले में माता मनसा देवी को समर्पित एक महाभारत समय का प्राचीन कालीन मंदिर माना गया है। उसको भी इस योजना के तहत विकसित किया जाए।
- वहीं नाडा साहिब गुरुद्वारा शिवालिक तलहटी में घग्गर नदी के तट पंचकूला में स्थित है। इसको भी योजना में शामिल किया जाना जरूरी है।
- गुरुद्वारा साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज से संबंधित सिख समुदाय का पवित्र धार्मिक स्थल है। आपको बता दे की गुरुद्वारा साहिब यहां प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। इसको भी योजना में शामिल किया जाए।
- उन्होंने यह भी कहा यमुनानगर जिले में स्थित वन क्षेत्र जिसका नाम आदि बद्री हरियाणा है तथा विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का उद्गम स्थान भी यही है। जानकारी के अनुसार बता दे की इस जगह पर डैम बनाने की योजना को सरकार ने अमलीजामा पहनाया भी है। इसको भी योजना में शामिल किया जाए।
- आपको बता दे की देश के सभी मुख्य रूप से प्राचीन सभी स्थानों के पर्यटक स्थलों को प्रसाद योजना के तहत विकसित किया जाना जरूरी है।
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प्रसाद योजना को किसके द्वारा और कब शुरू की गई?
मीडिया के अनुसार बता दे की सांसद नायब सिंह सैनी जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने साल 2014-15 में पर्यटन मंत्रालय के तहत में पीआरएएसएडी (प्रसाद) योजना की शुरुवात की थी। सरकार द्वारा प्रसाद योजना को पूर्ण रूप तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन अभियान के रूप में शुरू किया गया था। जानकारी के अनुसार बता दे की इस योजना को धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए पूरे भारत में तीर्थ स्थलों को विकसित करने और पर्यटक स्थलों में पहचान बनाने के लिए इस योजना को शुरू किया गया था।
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